Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

21.3.08

होली की गोली संपादको के लिए

पता नही टी वी वालों को क्या हो गया है। घर मे नही खाने को अम्मा चली भुजाने को। ख़बर बाद मे बताओ पहले प्रोफाइल बताओ। अब सुनिए प्रोफाइल की कहानी। गाँव के एक डॉक्टर की अपहरण कर हत्या कर दी जाती है। बाद मे दो बेटे भी ऐसे ही मारे जाते है। मरने वाले से मारने वाले का प्रोफाइल बड़ा था इसलिए पुलिस ने सौदा कर लिया। बेचारी विधवा पुलिस कप्तान से लेकर डी आई जी तक दौड़ी मगर बेकार। कचेरी मे दरोगा के खिलाफ धरने पर बैठ गई। लोकल अखबारों मे ख़बर छप गई। चैनल वाले दौडे। तिगुरिया यानि की कैमरा खडा करने का यन्त्र लगाया। मगर शूट करने से पहले अपने अपने चेंनेल को फुनियाया। हेल्लो सर एक बड़ी सनसनी खेज ख़बर है। उधर से जबाब आया प्रोफाइल क्या है। पहले से सोच लिया था पूछा जाएगा सो झट से जबाब दिया सर मरने वाला एक डॉक्टर है। अगला सवाल visual क्या क्या है। सर मरने वालो की फोटो है। महिला कचहरी मे बैठी है। अगले सवाल के बाद रिपोर्टर खामोश हो गया। साथी ने पूछा क्या हुआ ख़बर मांग ली क्या। नही यार घटना के शोट मांग रहे है। दूसरा साथी होशियार निकला उसने अपने चेंनेल को फ़ोन लगाया और कुछ इस तरह से बताया। सर एक डॉक्टर का कत्ल हो गया है। मौका वारदात के शोट्स है। डॉक्टर के साथ उसके दोनों बेटो का भी कत्ल हो गया है। पुलिस हाथ पर हाथ धरे बैठी है। पूरे १५ मिनट का शोट्स है। झटके मे ख़बर मांग ली गई। विधवा को एक बड़े नुर्सिंग होम के सामने ले जाकर बात कर ली गई। पुरानी कैसेट से किसी और हत्या वाली घटना के शोट्स जोड़ दिए गए और बिक गई ख़बर। तुम बाप हम तुम्हारे बाप।सर एक शादी मे गोली चल गई हर्ष गोली बाजी मे कई लोग घायल हो गए। शादी मे एक मंत्री जी भी थे। ख़बर चली वी आई पी की मौजदगी मे गोली चली कई घायल। साथ मे मंत्री जी का interview चल रहा था मैं पहले ही चला आया था। शादी मेरे ड्राईवर की बेटी की थी। इस शादी का प्रोफाइल बड़ा था। शादी मंत्री जी के ड्राईवर की बेटी की जो थी। क्या हो गया चेंनेल वालो को। भांग पी कर बैठे है क्या। सब एक ही थाली के बैंगन है। राखी के थप्पड़ की गूँज किस चेंनेल पर नही गूंजी हमे बताये जरा।सब साले प्रोफाइल के भूखे है। अधिक जानकारी के लिए सनक देखे।

2 comments:

डॉ.रूपेश श्रीवास्तव(Dr.Rupesh Shrivastava) said...

पंकज भाई,ई सब तो बहुतई फ़ूसिंग-फ़ासिंग बात है पर किया का जाए...

मोहम्मद उमर रफ़ाई said...

पंकज जी अगर लोग अपनी जिम्मेदारी का जरा सा भी एहसास रखें तो देश की ऐसी हालत न हो,लेकिन बदलाव आयेगा और खुशहाली जरूर आयेगी ये काम आप जवानों के हवाले है...