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15.11.08

कांग्रेस के हवन में आपका स्वागत है...

टिकट वितरण में किसी प्रत्याशी के विरोधस्वरूप आज प्रदेश कांग्रेस कमेटी के किसी जिला विशेष के कार्यकर्ताओं ने सद्बुद्धि यज्ञ किया। यज्ञ का उद्देश्य कांग्रेस को सद्बुद्धि से था। यजमान भी थे, पंडित जी भी थे, हवन वेदी भी थी, पर जो होनी चाहिए - वह चीज नहीं थी- धर्म की भावना। यज्ञ एक पवित्र शब्द। कांग्रेस जनों ने उसका भी अपमान कर दिया। यज्ञ वेदी थी, सड़क पर इधर-उधर पड़ी ईंटे। समीधा भी शायद वहीं से चुन ली गई हों। वहां जिन प्लेटों में खाया था, वही जलाने के लिए `घी´ का काम कर गईं। भाड़े के पंडित जी और भाड़े के यजमान। दो-चार गिने-चुने कांग्रेस कार्यकर्ता। बस मीडिया में फोटो भर आ जाने के लिए कर दिया सारा कार्यक्रम। फोटो में स्पष्ट दिखाई दे रहा है कि दूसरों को सद्बुद्धि के लिए यज्ञ करने वाले स्वयं अपनी बुद्धि को घर ही छोड़ आए थे। पैरों से जूते तक उतारने की फुर्सत नहीं थी। अग्नि के सामने हाथ तो जोड़े, पर केवल मीडिया के आने पर ही। बेहद शर्मनाक....
(फोटो जयपुर में फोटो जर्नलिस्ट संजय कुमावत ने खींची।)

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