Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

15.1.09

श्रीगंगानगर में भी विरोध




श्रीगंगानगर में आज टीवी न्यूज़ चैनल्स से जुड़े पत्रकारों ने प्रस्तावित"काले कानून" के विरोध में काली पट्टियां बांधी। काली पट्टी बांधे पत्रकार जिला कलेक्टर ऑफिस पहुंचे। वहां उन्होंने प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह के नाम लिखा एक ज्ञापन जिला कलेक्टर राजीव सिंह ठाकुर को दिया। ज्ञापन में पत्रकारों ने प्रधानमंत्री से कोई ऐसा कानून ना लागु करने का आग्रह किया है जिस से न्यूज़ चैनल की अभिवयक्ति की आजादी ख़तम हो जाए। ज्ञापन जी न्यूज़ के गोविन्द गोयल,एनडीटीवी के राजेश अग्रवाल,ईटीवी के राकेश मितवा,डीडी के आत्मा राम,एमएच १ की मिस स्वाति अग्रवाल तथा पंजाब के टाइम टीवी के पत्रकार सुनील सिडाना ने कलेक्टर को दिया। जिला कलेक्टर ने ज्ञापन पीएमओ भिजवाने के आश्वाशन दिया। पत्रकारों ने आज दिन भर काली पट्टी लगाकर अपना काम काज किया।

3 comments:

Anonymous said...

इस censorship का विरोध करना अपनी जगह सही है लेकिन मेरे हिसाब से सरकार का फैसला बिल्कुल ठीक है। क्योंकि गुप्त जानकारी भी मीडिया यूँही देते हैं, TRP के चक्कर मेँ।
and they think that they are giving away these sensitive news and matter for public interest, which is very against the national interest when you think deeply.
So, I support government in this matter to make this bill of media censorship.

Anonymous said...

इस censorship का विरोध करना अपनी जगह सही है लेकिन मेरे हिसाब से सरकार का फैसला बिल्कुल ठीक है। क्योंकि गुप्त जानकारी भी मीडिया यूँही देते हैं, TRP के चक्कर मेँ।
and they think that they are giving away these sensitive news and matter for public interest, which is very against the national interest when you think deeply.
So, I support government in this matter to make this bill of media censorship.

गोविंद गोयल, श्रीगंगानगर said...

sab ke apne apne khayalat hain.likhana ho ya bolana garima may,samaj or desh ke hit me hee hona chahiye. is me koi do raye ho hee nahin sakti.lekin bahut see baat aisi hoti hai jo "a" ko pasand nahin magar wah hai truth,ab "a" to kahega--isko nad karo,yah desh hit me nahin hai. tab kya ho?