Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

25.2.09

क्या आप जानते है?


1. अंको का आविष्कार भारत में ३०० .पू. हुआ था।
2. शून्य का आविष्कार भारत में ब्रह्यगुप्त ने किया था।
3. अंक गणित का आविष्कार 200 .पू. भास्करार्चाय ने किया था।
4. बीज गणित का आविष्कार भारत में आर्यभट्ट ने किया था।
5. सर्वप्रथम ग्रहों की गणना आर्यभट्ट ने 499 .पू. की थी।
6. मोहन जोदड़ो और हडप्पा में मिले अवषेशों के अनुसार भारतीयों को त्रिकोणमिती और रेखागणित का ज्ञान.पू. था।
7. जर्मन लेखक थामस के अनुसार सिंधु घाटी सभ्यता में मिले भार मापक यंत्र भारतीयों के दशमलव प्रणाली केज्ञान को दर्शाते हैं।
8. समय और काल की गणना करने वाला विश्व का पहला कलेण्डर भारत में लता देव ने 505 .पू. सूर्य सिद्धांतनामक अपनी पुस्तक में वर्णित किया है।
9. विश्व में सबसे पहले चरक ने 2500 वर्ष पूर्व औषध विज्ञान को आयुर्वेद के रूप में संकलित किया।
10. लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड के अनुसार 400 .पू. सुश्रुत ने सर्वप्रथम प्लास्टिक सर्जरी का प्रयोग किया।
11. विश्व के पहले लेखन कार्य का प्रमाण 5500 वर्ष पूर्व हडप्पा सभ्यता के अंतर्गत मिलता है।
12. विश्व का पहला विश्वविद्यालय तक्षशिला के रूप में 700 .पू. भारत में स्थापित हुआ। जहां दुनिया भर केविद्यार्थी लगभग 60 विषयों का अध्ययन करते थे।
13. पाइथागोरस प्रमेय की खोज बोधायन ने की थी लेकिन आज भी उसे पाइथागोरस प्रमेय के नाम से जाना जाताहै।
इतना ही नहीं और भी कई बातें हैं जिनसे हम-तुम सब अनजान हैं। जागो अपने अस्तित्व को पहचानों और अपने ज्ञान को ढूंढो वह यहां-वहां बिखरा पड़ा है। जरूरत है उसे समेटने की। अगर आपके पास भी ऐसी कोई जानकारी है या मिलती है तो उसका प्रसार करें। साथ ही मुझे मेरे ईमेल -rajpoot1983lokendra@gmail.com पर भेजने काकष्ट करें। जय भारत - जय भारत की प्रखर संतान। दिल दुखता है...

2 comments:

अजित गुप्ता का कोना said...

भारत विकास परिषद भारत को जानो प्रतियोगिता राष्‍ट्रीय स्‍तर पर आयोजित करता है, उसमें ऐसे ही सारे प्रश्‍न होते हैं। उसकी एक पुस्‍तक भी प्रकाशित है। आपको बहुत सारी जानकारी प्राप्‍त हो सकती है और आपकी जानकारी का भी उपयोग हो सकता है।

mark rai said...

i am really very happy to read these type information . thanks a lot