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19.6.09

नाग और नागिन का एनकाउन्टर....
















मेरठ के एक गाँव में ग्रामीणों ने नाग और नागिन के एक जोड़े का एनकाउन्टर कर डाला, इस जोड़े का कसूर था की उसने जंगल को छोड़ कर एक ट्यूबेल के कमरे में अपना आशियाना बना डाला था... नागिन ने बड़े जतन से अपने इस नए आशियाने में 20 अंडे दिए, मगर गाँव वालो की नजर उन पर पड़ गयी... ग्रामीणों को इन बेजुबान जीवो की ये अदा नागवार गुजरी और इस जोड़े का काम तमाम करने की योजना बना डाली... नागिन के सारे अंडे फोड़ डाले गए, इंसान की हैवानियाँ देख कर इस जोड़े ने भाग कर जान बचाने में ही भलाई समझी, मगर सेंकडो की भीड़ की दोगुनी आँखों ने इस जोड़े को भागने का मौखा नहीं दिया... एक एक करके दोनों को खोजा गया, लाठी और भालो से पहले अधमरा किया गया... और बाद में एक साथ दोनों को लिटा कर लाठियों से पीट पीट कर मार डाला गया...वन विभाग का कानून कहता है की ये अपराध है, धर्म कहता है की ये पाप है, मगर ऐसी कोई भी बात इन ग्रामीणों के हाथ नहीं रोक पायी... जंतु वैज्ञानिक कहते है, की गर्मी ज्यादा है, और जंगली जन्तुओ के रहने के लिए जंगल नहीं बचे है, इसलिए ये जंतु अब इंसानी आबादी की और आने के लिए मजबूर है... तस्वीरें गवाह है.... श्याम परमार, मेरठ...

1 comment:

विकास कुमार said...

साहब, ये हमारी खून मे है कि जो शान्ति से रह रह है उसे मार डलो.....
हमारी जात जो है जिसे हम इन्सान कह्ते है वो वास्तव मे सबसे हरामी जात है ....
मैने इन्सान से खतम जात आज तक नही देखी....

अपने से कम्ज़ोर को देखते ही इस जात की सारी तकत बाहर आ जाती है.....

माफ़ करें अगर किसी को मेरी बात से दुख पहुचता है तो.....
लेकिन मै सही बता रहा हूँ कि इन्सान एक ऐसी जात है जिसके बारे मे कुछ भी कहा जए तो कम है....
शर्म आती है मुझे कि मै इन्सानो की बिरादरी मे आता हूँ.....