Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

15.11.09

दून में इग्नू यूनिवर्सिटी की साख को बट्टा!

देहरादून। देशभर में छात्रों को बेहतर शिक्षा देने का दावा करने वाली इग्नू यूनिवर्सिटी को उन्ही के कर्मचारी छात्रों के साथ दुर्व्यहार कर साख को बट्टा लगाने में लगे हुए हैं। ननूरखेडा स्थित इग्नू के सेंटर में पहुचने पर वहां ड्यूटी पर तैनात कर्मचारियों द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किये जाने की कई बातें सामने आ रही है। जिससे छात्रों का इग्नू के खिलापफ रोष भी व्याप्त होता जा रहा है। वहीं इग्नू ने अपने छात्रों की राय जानने के लिए स्टूडेंट सेटिस्फेक्शन सर्वे करने का भी निर्णय लिया है। इस सर्वे में दून रीजन के दस हजार से अध्कि छात्रा-छात्राएं अकादमिक गतिविधियों के बारे में अपनी राय ऑनलाइन जाहिर कर सकेंगे। पिछले काफी समय से इग्नू में आने वाले छात्रा-छात्राओं के साथ दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायतें इग्नू को मिल रही थी जिसे गंभीरता से लेते हुए इस तरह के सर्वे को राष्ट्रीय स्तर पर किए जाने का निर्णय लिया गया। दस बिन्दू पर छात्रों से मांगे जाने वाली राय के बाद छात्रों के इग्नू के प्रति रवैये का जहां पता चल सकेगा वहीं कर्मचारियों द्वारा छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के मामलों की जानकारी भी सामने आ सकेगी। पिछले कापफी समय से छात्रों को इग्नू द्वारा सही जानकारी उपलब्ध न होने के चलते परेशानियों का सामना करना पड रहा है। इतना ही नहीं प्रोफेशनल कोर्सों को किए जाने के लिए भेजे जाने वाली किताबों में भी भारी खामियां निकल कर सामने आयी हैं। डाक द्वारा भेजी गई इन किताबों में कई छात्रों को गलत किताबे भेजे जाने की जानकारी भी सामने आई है और इन गलत किताबों के बदले छात्रों को सही किताबें भी अभी तक उपलब्ध नहीं हो सकी है। इस व्यवस्था ने इग्नू यूनिवर्सिटी की कार्य प्रणाली पर भी सवालिया निशान लगा दिया है। मजेदार बात यह है कि यदि दूर दराज से कोई छात्रा इग्नू के विषय में जानकारी लेने के लिए इग्नू के ननूरखेडा स्थित सेंटर में पहुंचता है तो वहां रिसेप्शन पर बैठा कर्मचारी जानकारी देने के बजाय छात्रों से दुर्व्यवहार करते हैं। ताजा मामला बीते दिवस ११ नवम्बर को हल्द्वानी से आयी एक छात्रा के साथ दुर्व्यवहार किए जाने के बाद सामने आया है। छात्रा ने इग्नू के कर्मचारी सुरेश चन्द्र शर्मा के खिलाफ दुर्व्यवहार किए जाने की शिकायत लिखित तौर पर इग्नू के दिल्ली एवं रिजनल ऑफिस को दी गई है। इस बात से खुलासा हुआ है कि इग्नू में आने वाले छात्रों के साथ वहां के कर्मचारियों द्वारा दुर्व्यवहार किया जाता है। वहीं कई अन्य छात्रों ने भी इग्नू कर्मचारियों के खिलाफ दुर्व्यवहार एवं अभद्र भाषा का प्रयोग किये जाने का बातें भी कही हैं। इन सब बातों को देखते हुए इग्नू ने ऑनलाइन अपनी नई यजनाओं के साथ-साथ प्रवेश और परीक्षा के लिए ने नियम कानून भी लागू किये हैं। इन नये नियम कानूनों से छात्रों को परेशानियों का सामना भी करना पड रहा है। एक उदाहरण के अनुसार गत परीक्षा का जो परिणाम सितंबर तक घोषित हो जाना चाहिए था वह अभी तक घोषित नहीं किया जा सका है। जिसके कारण कई छात्र अभी भी प्रतीक्षा में लगे हुए हैं। छात्रों के साथ होने वाले दुर्व्यवहार को देखते हुए इग्नू यूनिवर्सिटी ने राष्ट्रीय स्तर पर सर्वे कर राय मांगी है। इस सर्वे में हिस्सा लेने के लिए इग्नू की वेब साइट इग्‍नू पर विजिट किया जा सकता है और अपना पंजीकरण न० उपलब्ध कराने के बाद अपनी किसी भी परेशानी को बताया जा सकता है। वहीं छात्रों के साथ दुर्व्यवहार किये जाने के बारे में जब इग्नू के सिजनल डायरेक्टर से जानकारी लेनी चाही तो उन्होंने कहा कि इस तरह का कोई भी मामला अभी उनके संज्ञान में नहीं है यदि किसी छात्रा के साथ कर्मचारी द्वारा दुर्व्यवहार किया गया है तो उसकी लिखित शिकायत होने पर ही कर्मचारी के खिलापफ कार्रवाई अवश्य की जाएगी और छात्रो के साथ किसी भी प्रकार का दुर्व्यवहार नहीं होने दिया जाएगा। उनहोंने कहा कि छात्रों को बेहतर शिक्षा दिये जाने के लिए हर संभव प्रयास किये जा रहे हैं।

No comments: