Bhadas ब्लाग में पुराना कहा-सुना-लिखा कुछ खोजें.......................

25.7.11

बन्द करो घोटाले जल्दी, यही देश की मांग है

सोहेल हिन्दुस्तानी और ए.राजा बैठे जेल में
ये नगदी के खेल में वो 2 जी के खेल में
दोनों ने मुंह खोल दिया है,फंसने वाले हैं मनमोहन
राजा-सोहेल दोनों बोलें,उनका हो रहा दोहन
उधर अमर सिंह अगर फंसे तो गिरनी तय सरकार है
सेटलमेंट करें कांग्रेसी,पड़ी सियासी मार है
मौका देख मुलायम कूदे,कहे अमर का दोष नहीं है
घोटाले में फंसी यूपीए, यहां किसी को होश नहीं है
उधर,तिहाड़ से कहा किसी ने, कलमाड़ी बीमार है
भूल रहा सब, माल हड़पकर, जेहन से लाचार है
कहे कुंवर कविराय,कूंए में पड़ी चतुर्दिक भांग है
बन्द करो घोटाले जल्दी, यही देश की मांग है
कुंवर प्रीतम

1 comment:

दीपक जैन said...

लाजवाब है ये कविता आपकी, और आपका भी जवाब नहीं है